Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana: किसान हमारे देश की रीढ़ हैं लेकिन कई बार सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण उन्हें बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जब कई दिनों तक बारिश नहीं होती है तो फसलें सूख जाती हैं और किसानों को भारी नुकसान होता है। ऐसे मुश्किल समय में किसानों की मदद करने के लिए झारखंड सरकार ने मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना नाम से एक योजना शुरू की है। यह योजना उन किसानों को आर्थिक मदद देती है जिनकी फसलें सूखे के कारण खराब हो जाती हैं। इसकी मदद से किसान अपना खर्च चला सकते हैं और खेती जारी रख सकते हैं। अगर आप भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते है तो इस लेख को अंत तक पढ़े जिसमे हम आपको Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana के बारे में सब कुछ बताएंगे – यह क्या है, इसके लाभ, कौन आवेदन कर सकता है और कैसे आवेदन करें।

Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana क्या है
मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन द्वारा 29 अक्टूबर 2018 को शुरू की गई एक योजना है। यह योजना उन किसानों के लिए बनाई गई है जिनकी फसलें सूखे और अन्य प्राकृतिक समस्याओं के कारण खराब हो जाती हैं। सूखा तब होता है जब लंबे समय तक बारिश नहीं होती है और फसलें बर्बाद हो जाती हैं। इस वजह से कई किसानों को बड़ा नुकसान होता है। इसलिए यह योजना उन्हें कुछ आर्थिक मदद देती है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा लगभग 30 लाख से अधिक किसानों को ₹3500 की आर्थिक सहायता की जायगी। इसे मुख्यमंत्री सुखा राहत योजना भी कहा जाता है। यह योजना केवल झारखंड के किसानों के लिए है और यह प्राकृतिक आपदा के समय उनकी मदद करती है ताकि वे फिर से उबर सकें और फसल उगा सकें।
Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana का उद्देश्य
मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना का मुख्य उद्देश्य उन किसानों को आर्थिक मदद देना है जिनकी फसलें सूखे के कारण नष्ट हो जाती हैं। सूखे का मतलब है पर्याप्त बारिश न होना और जमीन सूख जाना। ऐसी स्थिति में किसान ठीक से फसल नहीं उगा पाते और उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। इन किसानों की मदद के लिए झारखंड सरकार ने यह योजना शुरू की है। इसका लक्ष्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान किसानों को होने वाली परेशानियों को कम करना है। यह योजना किसानों की मदद करती है ताकि वे निराश न हों और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें। यह उन्हें अगले सीजन में भारी कर्ज लिए बिना या कर्ज में फंसे बिना फिर से खेती शुरू करने में भी मदद करती है। यह योजना गरीब और जरूरतमंद किसानों के लिए बड़ी राहत है।
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मुख्य तथ्य Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana
योजना का नाम | मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना |
शुरु की गई | झारखंड सरकार द्वारा |
तिथि | 29 अक्टूबर 2018 |
विभाग | झारखंड कृषि विभाग |
योजना का उद्देश्य | उन किसानों को आर्थिक मदद देना है जिनकी फसलें सूखे के कारण नष्ट हो जाती हैं |
लाभार्थी | झारखंड राज्य के सूखे से पीड़ित किसान |
लाभ राशि | ₹3500 |
आवेदन की प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://msry.jharkhand.gov.in/hi/ |
पात्रता मापदंड
- मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना से मदद पाने के लिए व्यक्ति को झारखंड में रहने वाला किसान होना चाहिए।
- किसान की जमीन सरकार द्वारा घोषित सूखा प्रभावित क्षेत्र में होनी चाहिए।
- किसान को बारिश की कमी या प्राकृतिक आपदा की वजह से फसल का नुकसान हुआ हो।
- आवेदक के पास किसान होने का प्रमाण देने वाले वैध दस्तावेज़ होने चाहिए, जैसे ज़मीन के कागज़ात या किसान पहचान पत्र।
- यह योजना खास तौर पर छोटे और सीमांत किसानों के लिए बनाई गई है जो सूखे के दौरान सबसे ज़्यादा पीड़ित होते हैं।
लाभ
- मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना गरीब और प्रभावित किसानों को कई तरह के लाभ प्रदान करती है जिसमे इसका मुख्य लाभ सूखे की वजह से बर्बाद हुई फ़सलों को 3500 रुपये की आर्थिक मदद देना है।
- इस योजना से मिलने वाले पैसे से किसान अपने नुकसान की भरपाई कर सकते हैं और अपनी रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी कर सकते हैं।
- Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana से किसानो का तनाव कम होता है और उन्हें साहूकारों से कर्ज लेने से बचने में मदद मिलती है।
- इस योजना के तहत अब तक लाखो से ज़्यादा किसानों को मदद मिल चुकी है।
- इस मदद से वे बीज भी खरीद सकते हैं और अगले सीज़न के लिए अपने खेतों को फिर से तैयार कर सकते हैं।
- झारखंड सरकार द्वारा किसानों की सहायता करने और यह सुनिश्चित करने के लिए यह एक बेहतरीन कदम है कि सूखे जैसे कठिन समय में उन्हें बहुत अधिक नुकसान न हो।
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आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- आवासीय प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- किसान केसीसी कार्ड
- भूमि रिकॉर्ड संख्या
- खसरा नंबर
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर आदि।
वित्तीय सहायता
मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना के तहत झारखंड सरकार सूखे से प्रभावित प्रत्येक किसान को ₹3500 की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह पैसा सीधे किसानों को दिया जाता है ताकि वे इसका उपयोग अपनी बुनियादी जरूरतों, खेती के काम या किसी भी आपात स्थिति के लिए कर सकें। यह राशि कोई ऋण नहीं है – यह सरकार की ओर से एकमुश्त मदद है। अब तक किसानों को सहायता के रूप में ₹40 करोड़ से अधिक दिए जा चुके हैं। यह राशि तय है और सभी पात्र किसानों के लिए समान है।
Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana की आवेदन प्रक्रिया
- Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana के अंतर्गत आवेदन करने के लिए सबसे पहले आप अपने डिवाइस का उपयोग करके मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।

- जब आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जाएगा तो आपको स्क्रीन पर स्पष्ट रूप से दिखाए गए “पंजीकरण करे” विकल्प पर क्लिक करना होगा।

- क्लिक करने के बाद CSC पोर्टल खुल जाएगा। अब अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएँ।
- अपने सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ लेकर अपने क्षेत्र के नज़दीकी जन सेवा केंद्र पर जाएँ।
- अपनी जानकारी CSC व्यक्ति के साथ साझा करें। वे आपका आवेदन ऑनलाइन भरकर पूरा करेंगे।
- आपका फॉर्म जमा हो जाने के बाद CSC व्यक्ति आपको एक रसीद देगा। इसे अपने पास सुरक्षित रखें।
- इस तरह आप Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana के अंतर्गत आसानी से आवेदन कर सकते है।
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सम्पर्क सूत्र
- किसान कॉल सेंटर नंबर: 18001231136
पूछे जाने वाले प्रश्न
मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना किसने शुरू की?
इस योजना की शुरुआत झारखंड के सीएम श्री हेमंत सोरेन ने 2018 में की थी।
Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana के तहत प्रत्येक किसान को कितना पैसा दिया जाता है?
प्रत्येक पात्र किसान को ₹3500 दिए जाते हैं।
Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
केवल झारखंड के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले किसान ही आवेदन कर सकते हैं।
किसानों को पैसे कैसे मिलेंगे?
पैसे सीधे किसान के बैंक खाते में भेजे जाते हैं।
Mukhyamantri Sukhad Rahat Yojana का आवेदन कहाँ करें?
किसान ब्लॉक कार्यालय या निकटतम सीएससी केंद्र पर आवेदन कर सकते हैं।